Islamic status
01,मुझे अब भी उन दिनों की याद है,
जो मैंने अभी के लिए दुआ की हैं।
हर चीज के लिए अल्हमदुलिल्लाह।"
02,कठिन समय बीत जाएगा, कष्ट समाप्त हो जाएंगे।
बस अल्लाह की परीक्षा में फेल नहीं होना चाहिए। "
"हालात जैसे भी हों हमारा अल्लाह रास्ता निकाल ही लेता है."
"जब वास्तै आवर रास्ते अल्लाह से जुड़ जायें तो फिर दिल नहीं टूटा करते."
"तमन्ना आपकी सब पूरी हो जायें,
हो आपका मुक़द्दर इतना रौशन कि,
आमीन कहने से पहले आपकी हर दुआ कबूल हो जाये!"
"हर किसी के नसीब में कहा लिखी होती हे चाहतें
कुछ लोग दुनिया में आते हे सिर्फ तन्हाइयों के लिए जीते हैं
"
"तमाम मुहब्बतों से बढ़कर के मुहब्बतों का हक़दार अल्लाह है..."
जो लोग दूसरो को अपनी दुआओं में शामिल करते हैं…
खुशियाँ सब से पहले उन्हीं के दरवाज़े पे दस्तक देती है
"बहुत नवाज़ा है हमारे खुदा ने हमें
हमारे अमाल के बराबर मिलता
तोह शायद कुछ भी न मिलता"
"ना किसी से गिला कर ना किसी से शिकवा कर..
5 वक़्त की नमाज में सब के लिए दुआ कर
. "कभी कभी बुरा वक्त आपको अच्छे लोगों से मिलवाने के लिए आता है."
"मेरी आमाल इस काबिल तोह नही
केह जन्नत मांगू ए अल्लाह
बस इतनी सी दुआ है केह मुझी
जहांआम सी बचना
"ज़मीर जाग ही जाता है,
अगर ज़िन्दा हो. कभी गुन्नाह से पेहली,
कभी गुन्नाह के बाद"
"मेरी औकात इस काबिल तो नही के में जन्नत मांगु
या रब बस इतनी सी अर्ज़ है के मुझे जहन्नुम से बचा लेना"
"बहुत मजबूत हूं मैं यह दुनिया जानती है,
बहुत कमजोर हूं मैं यह अल्लाह जानता है."
"दो ही चीज़ें एसी है जिसमे किसी का कुछ नहीं जाता एक मुस्कराहट
और दूसरी दुआ हमेंशा बांटते रहें."
"वफ़ा करनी ही तू माँ बाप से करो दुन्या आप को तब ही
पेयर करे गी जब आप के पास दुन्या के लीये कुछ न होगा,"
"उस ख़ुदा सय दरती रो जिसस की सिफत यह है
कह अगर तुम बात करो तोह सुन्नता ही
अगर दिल में रखो तोह वह जननता ही..!!!"
"अक्सर शाम को आती है,
फलक से आवाज़, सजदा करती है सेहर जिस को,
वह है आज की रात विश यू वेरी हैप्पी शब्-इ-क़दर"
"बच ना सका खुदा भी मोहब्बत के तकाजे से.
एक महबूब की खातिर सारा जहान बना डाला
"जब तू चाहे के उम्मीदों से फायदा उठानेवाला हो
तो नफ़्स को ख्वाहिशात की पैरवी से बचा."
"बेशक पहनलो हमारे जैसे कपडे और ज़ेवर ,
पर कहा से लाओगे , इस्लामिक तेवर।"
"कौन कहता है मुलाकात मेरी आज की है,
तू मेरी रूह के अंदर है कई सदियों से!!"
"दूसरों की कामयाबी पर खुश होना सीखो,
अल्लाह आपको भी देने में देर नहीं करेगा."
"नसीब से ज्यादा कीमती दुआ होती है,
क्यों की जब ज़िन्दगी में सब कुछ बदल जाये तो दुआ नसीब को बदल सकती है."
"यह जो अल्लाह के फैसले होते है न..
हमारी ख़ुवैशात से बेहतर होते हैं
"इस्लाम मुसलमानों को अल्लाह के सिवाय
किसी और की इबादत करने की इजाज़त नहीं देता हैं
"इंसान का मुक़दर
उतनि ह़ी बार बदलता हैं
जितनीं बार वों अल्लाह से
दुआ करता हैं"
1 टिप्पणी:
Nice
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